Dream11 comeback : देशभर के फैंटेसी गेम प्रेमियों के लिए यह खबर किसी त्योहार से कम नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने ड्रीम 11 (Dream11) से जुड़ा एक बड़ा फैसला सुनाया है, जिससे लाखों यूज़र्स में खुशी की लहर दौड़ गई है। लंबे समय से चली आ रही कानूनी लड़ाई के बाद आखिरकार कोर्ट ने ड्रीम 11 के पक्ष में अपना फैसला दिया है और अब प्लेटफॉर्म की धमाकेदार वापसी तय मानी जा रही है।
सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला
ड्रीम 11 को लेकर देशभर में कई राज्यों में विवाद चल रहा था। कई जगहों पर इस प्लेटफॉर्म पर अस्थायी प्रतिबंध (temporary ban) लगा दिया गया था, क्योंकि इसे ‘जुआ’ या ‘सट्टेबाज़ी’ के श्रेणी में माना जा रहा था। हालांकि ड्रीम 11 की ओर से बार-बार यह कहा गया कि यह कौशल आधारित खेल (Game of Skill) है, न कि भाग्य पर आधारित जुआ। अब सुप्रीम कोर्ट ने अपने ऐतिहासिक फैसले में यह स्पष्ट किया है कि —“ड्रीम 11 एक कौशल आधारित डिजिटल गेमिंग प्लेटफॉर्म है, इसे जुए की श्रेणी में नहीं रखा जा सकता।” इस फैसले के बाद ड्रीम 11 पर लगे सभी प्रतिबंध हटा दिए गए हैं।
कब से होगी वापसी?
कंपनी सूत्रों के मुताबिक, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद ड्रीम 11 की टीम ने तुरंत ऑपरेशनल सर्विसेज़ को बहाल करने की तैयारी शुरू कर दी है। सूत्रों के अनुसार, ड्रीम 11 की वापसी 15 अक्टूबर 2025 से शुरू हो सकती है। इस दिन से सभी यूज़र्स दोबारा अपने अकाउंट्स में लॉगिन कर सकेंगे और नए फैंटेसी कॉन्टेस्ट में हिस्सा ले पाएंगे।
ड्रीम 11 क्या है और क्यों हुआ था बैन?
ड्रीम 11 भारत का सबसे लोकप्रिय फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म है, जो क्रिकेट, फुटबॉल, कबड्डी, हॉकी और कई अन्य खेलों पर आधारित है। यहां यूज़र्स अपने पसंदीदा खिलाड़ियों की टीम बनाकर रियल-टाइम मैचों के आधार पर पॉइंट्स कमाते हैं। कुछ राज्यों ने इसे ऑनलाइन सट्टा बताकर बैन कर दिया था। लेकिन ड्रीम 11 ने सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर करते हुए कहा था कि यह “रियल मनी गेमिंग” नहीं बल्कि “कौशल पर आधारित प्रतिस्पर्धी गेम” है।
कोर्ट ने क्या कहा?
- ड्रीम 11 में खिलाड़ी की जीत या हार कौशल, ज्ञान और रणनीति पर निर्भर करती है।
- यह 100% कानूनी और वैध गेमिंग एक्टिविटी है।
- राज्य सरकारें इसे जुए की श्रेणी में नहीं रख सकतीं।
कोर्ट ने यह भी कहा कि डिजिटल गेमिंग इंडस्ट्री देश में रोजगार और टैक्स दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, इसलिए इसे प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, न कि रोका।
यूज़र्स के लिए क्या बदलने वाला है?
ड्रीम 11 के यूज़र्स अब फिर से अपने अकाउंट्स को इस्तेमाल कर पाएंगे। सभी पुराने यूज़र डेटा, वॉलेट बैलेंस और रिवॉर्ड्स बरकरार रहेंगे। इसके अलावा कंपनी ने घोषणा की है कि वापसी के मौके पर कई स्पेशल ऑफ़र और बोनस कॉन्टेस्ट लॉन्च किए जाएंगे।
कंपनी ने सोशल मीडिया पर भी बयान जारी किया:
“हम अपने यूज़र्स का धन्यवाद करते हैं जिन्होंने कठिन समय में हमारा साथ दिया। हम जल्द ही नए फीचर्स, सुरक्षित पेमेंट सिस्टम और बेहतरीन गेमिंग अनुभव के साथ लौट रहे हैं।”
भारत में ऑनलाइन गेमिंग इंडस्ट्री को मिलेगी नई रफ्तार
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से न सिर्फ ड्रीम 11 बल्कि पूरी इंडियन गेमिंग इंडस्ट्री को मजबूती मिलेगी। भारत में लगभग 45 करोड़ से अधिक ऑनलाइन गेम यूज़र्स हैं, और फैंटेसी गेमिंग का मार्केट हर साल 30% की दर से बढ़ रहा है। ड्रीम 11 की वापसी से युवाओं में उत्साह बढ़ेगा, और इस क्षेत्र में निवेश करने वाली कंपनियों का भरोसा भी मजबूत होगा।
क्या अब अन्य गेम्स भी वापस आ सकते हैं?
कई अन्य फैंटेसी प्लेटफॉर्म जैसे My11Circle, MPL, Gamezy, Fan2Play आदि पर भी कुछ राज्यों में कानूनी रोक लगी हुई थी। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद अब इन कंपनियों को भी राहत मिलने की उम्मीद है। कानूनी विशेषज्ञों का मानना है कि अब केंद्र सरकार को एक統ीकृत ऑनलाइन गेमिंग नीति (Unified Online Gaming Policy) तैयार करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी दुविधाएँ न बनें।
खिलाड़ियों और यूज़र्स में खुशी की लहर
फैसले के बाद सोशल मीडिया पर #Dream11Return ट्रेंड करने लगा। कई यूज़र्स ने ट्वीट करते हुए कहा – अब फिर से टीम बनाने का मज़ा आएगा!” धन्यवाद सुप्रीम कोर्ट – गेम ऑफ स्किल की जीत हुई है!” फैंटेसी गेमिंग प्रेमियों के लिए यह फैसला निश्चित रूप से एक ऐतिहासिक मोड़ साबित हुआ है।
निष्कर्ष
ड्रीम 11 की वापसी ने लाखों भारतीय यूज़र्स की उम्मीदों को फिर से जगा दिया है। सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने साबित कर दिया कि अगर गेम कौशल आधारित है, तो उसे प्रतिबंधित नहीं किया जा सकता। अब यूज़र्स 15 अक्टूबर से एक बार फिर अपनी फेवरेट टीम बनाकर खेल का मज़ा ले पाएंगे। ड्रीम 11 की यह धमाकेदार वापसी भारत की डिजिटल गेमिंग इंडस्ट्री के लिए नए युग की शुरुआत मानी जा रही है।